आर सेन्दिल कुमार

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संदेश
भोपाल संभाग में उपायुक्‍त के रूप में कार्यभार गृहण करना मेरे लिए गर्व और सौभाग्य का विषय है।
वर्तमान परिप्रेक्ष्‍य में शिक्षा प्रणाली कई आयामों, विकल्पों, भारतीयकरण, व्‍यवसायिक आवश्‍यकताओं और प्रौद्योगिकी जैसे विषयों में निरंतर परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। विद्यालय प्रमुख के रूप में, समाज की बदलती आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के अनुरूप हमें स्‍वयं को लगातार बदलते रहने की जरूरत है। National Curriculum Framework (NCF) राष्‍ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा परीक्षाओं, बाल शिक्षाशास्त्र, भाषा कौशल और व्‍यवसायिक कौशल में व्‍यापक बदलाव को व्‍यक्‍त करता है।
हमें राष्‍ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा का गहन अध्‍ययन कर केन्‍द्रीय विद्यालयों के स्‍वरूप में तदनुसार संवर्धन करने की जरूरत है। विद्यालय प्रमुख के रूप में हमें सहज रूप में कुछ बदलाव करने की आवश्‍यकता है इसके लिए पाठ्यचर्या की व्‍यापक नीतियों और इसकी उपयोगिता को हमें अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों को समझाने का प्रयास करना चाहिए । आपके लिए उन्‍हें समझाना और उनकी निहित मानसिकता को बदलना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन समय की यही मांग है।
हमें हमारे विद्यालयों में वांछनीय गतिविधियों के प्रवर्तन के लिए सदैव प्रयासरत रहने की महती आवश्‍यकता है। सभी विद्यार्थी हमारे लिए प्रिय हैं, उनकी शैक्षणिक उन्‍नति व अधिगम हेतु सभी के सहयोग व प्रयत्‍नों से हम सकारात्‍मक परिवर्तन लाने का प्रयास करेंगें।
कन्फ्यूशियस के शब्‍दों में, "हमारे पास दो जीवन हैं। दूसरा तब प्रारंभ होता है जब हमें इस बात का एहसास होता है कि हमारे पास केवल एक ही जीवन है।

भोपाल संभाग की उन्‍नति में आप सभी के सहयोग की आकांक्षा है।

शुभकामनाओं सहित, (आर0सेन्दिल कुमार)
उपायुक्‍त

(आर सेन्दिल कुमार )